Friday 3 June 2011

Teri Yaad...

तन्हाई इस दिल में जगह बना रही है,
बिन तुम्हारे ये दुनिया हमे नहीं भा रही है,
इंतज़ार में है तुम्हारे खड़े यहाँ,
बस कहूँगा इतना मुझे याद तुम्हारी आ रही है...

जी रहे है बस लिए अपनी सासें,
कब आयेगा वो वक़्त जब होगा आपका दीदार...
मिलूँगा आपसे और समेट लूँगा मैं अपनी जान...

अब आ भी जा हीरिये, तेरी याद सताती है,
तेरी याद में अपना सुख चैन सब गवा बैठा हु...

दीखना चाहता हु तुझे, इन आँखों में समेटना चाहता हु तुझे,
अगर कुछ न भी मिले, बस पाना चाहता हु तुझे...
अब इस दिल को सुकून तभी मिलेग जब पास तेरे आ पाउँगा में,
इंतज़ार है उस घडी का जब तुमसे मिलूँगा में... 

तुम्हारी उन आँखों में दूब जाना चाहता हु,
बस तुम्हे अपना जीवन साथी बनाना चाहता हु...
प्यार है तुमसे, नहीं जानता कितना,
जीना है बस  तुम्हारे संग मुझे अब हमेशा हमेशा...

1 comment:

Anonymous said...

kya bat hain....